Shitlaa Mata

रात्रि जागरण गीत

रात्रि जागरण गीत

आज रात्रि जागरण गीत मे हम शीतला माता के गीत लिखने जा रहे है | शीतला माता शब्द से हि प्रतीत होता है की यह देवी शीतलता प्रदान करती है | शीतला माता की पूजा वर्ष मे एक बार की जाती है | होली के बाद आने वाली सप्तमी को, इस दिन घरों मे चूल्हा नहीं जलाया जाता है | रात का ठंडा भोजन हि करते है | दशा माता की पूजा होली के बाद आने वाली दशमी को की जाती है | उस दिन पीपल के पेड़ की पूजा की जाती है |

शीतला माता को विवाह मे भी सबसे पहले पूजा जाता है | माता पूजन तो अपने सुना हि होगा तो वहा शीतला माता की पूजा हि की जाती है | जहा शीतला माता आपको सभी मंदिर मे मिल जाएगी | जहा इनकी पूजा होती है वही इनके गीत भी होते है | तो चलिए आपको शीतला माता के गीतों के बोल लिखकर बताते है |

शीतला माता का प्रथम गीत 

अणी बावड़ी की नीर घणो ठंडों जरणी |

गेलो छोड़ दो भवानी मे तो भरू गगरी ||

मे तो भरु गगरी ने ठंडा करू जरणी |

गेलो छोड़ दो भवानी मे तो भरू गगरी ||

थे तो फेंक दो रुमाल मे तो करू चुमली |

गेलो छोड़ दो भवानी मे तो भरू गगरी ||

म्हारी सासुजी की खूंक ठंडी राखों जरणी |

गेलो छोड़ दो भवानी मे तो भरू गगरी ||

अणी बावड़ी की नीर घणो ठंडों जरणी |

गेलो छोड़ दो भवानी मे तो भरू गगरी ||

मे तो भरु गगरी ने ठंडा करू जरणी |

गेलो छोड़ दो भवानी मे तो भरू गगरी ||

थे तो फेंक दो रुमाल मे तो करू चुमली |

गेलो छोड़ दो भवानी मे तो भरू गगरी ||

म्हारी जेठानी की खूंक ठंडी राखों जरणी |

गेलो छोड़ दो भवानी मे तो भरू गगरी ||

अणी बावड़ी की नीर घणो ठंडों जरणी |

गेलो छोड़ दो भवानी मे तो भरू गगरी ||

मे तो भरु गगरी ने ठंडा करू जरणी |

गेलो छोड़ दो भवानी मे तो भरू गगरी ||

थे तो फेंक दो रुमाल मे तो करू चुमली |

गेलो छोड़ दो भवानी मे तो भरू गगरी ||

म्हारी ननद की खूंक ठंडी राखों जरणी |

गेलो छोड़ दो भवानी मे तो भरू गगरी ||

अणी बावड़ी की नीर घणो ठंडों जरणी |

गेलो छोड़ दो भवानी मे तो भरू गगरी ||

मे तो भरु गगरी ने ठंडा करू जरणी |

गेलो छोड़ दो भवानी मे तो भरू गगरी ||

थे तो फेंक दो रुमाल मे तो करू चुमली |

गेलो छोड़ दो भवानी मे तो भरू गगरी ||

म्हारी देराणी की खूंक ठंडी राखों जरणी |

गेलो छोड़ दो भवानी मे तो भरू गगरी ||

रात्रि जागरण गीत मे शीतला माता का दूसरा गीत 

थारा मंदिरया मे लिपणों घोलावा जरणी |

गेलो छोड़ दो सतवंती मंदिर आवा दो ||

थारा जाली वाला भड़क्या उगाड़ो जरणी |

गेलो छोड़ दो सतवंती मंदिर आवा दो ||

थारा मंदिरया मे नारेला चड़ावा जरणी |

गेलो छोड़ दो सतवंती मंदिर आवा दो ||

थारा मंदिरया मे पुजापा चड़ावा जरणी |

गेलो छोड़ दो सतवंती मंदिर आवा दो ||

थारा मंदिरया मे चूडला चड़ावा जरणी |

गेलो छोड़ दो सतवंती मंदिर आवा दो ||

थारा मंदिरया मे बिछिया चड़ावा जरणी |

गेलो छोड़ दो सतवंती मंदिर आवा दो ||

थारा मंदिरया मे ढोल घोरावा जरणी |

गेलो छोड़ दो सतवंती मंदिर आवा दो ||

थारा मंदिरया मे बालुडा धोकावा जरणी |

गेलो छोड़ दो सतवंती मंदिर आवा दो ||

रात्रि जागरण गीत मे शीतला माता और बिजासन माता का गीत

यह गीत आप शीतला माता और बिजासन माता दोनों के लिए गा सकते है |

थारा शीश ने भम्मर सोवे,

शीतला राणी शीतला राणी |

थारा टीका मे जड़यों वो जड़ाव बिजासन राणी ||

थारा काना मे झुमकी सोवे,

शीतला राणी शीतला राणी |

थारा झाला मे रतन जड़ाव बिजासन राणी ||

थारा कंठ मे हार सोवे,

शीतला राणी शीतला राणी |

थारा डोरा मे जड़यों वो जड़ाव बिजासन राणी ||

थारा हाथा मे चूडलो सोवे,

शीतला राणी शीतला राणी |

थारा चुडा मे हीरा वो जड़ाव बिजासन राणी ||

थारा पाँवा मे झाँझर सोवे,

शीतला राणी शीतला राणी |

थारा पायल मे घूँघर वो जड़ाव बिजासन राणी ||

थारा पाँवा मे बिछिया सोवे,

शीतला राणी शीतला राणी |

थारी बिछिया मे रतन वो जड़ाव बिजासन राणी ||

थारा शीश मे कुम कुम सोवे,

शीतला राणी शीतला राणी |

थारा कंकु मे रंग वो जड़ाव बिजासन राणी ||

थारा हाथा मे मेंदी सोवे,

शीतला राणी शीतला राणी |

थारी मेंदी मे रंग वो जड़ाव बिजासन राणी ||

तीन दिन तो तप तपायों महाराणी – तपायों महाराणी |

वी फेर बखेरया फूल शीतला राणी ||

नव दिन नमण दियो वो महाराणी – दियो वो महाराणी |

वी फेर समेटया फूल शीतला राणी ||

बिजासन माता का गीत 

सुसराजी के बवड़ आंजोली  बांजोली,

सासूजी बोले म्हने बोल बलमा, बोले बोल बलमा |

बिजासन का मंदिरया मे चलो बलमा ||

जेठजी के बवड़ आंजोली  बांजोली,

जेठानीजी बोले म्हने बोल बलमा, बोले बोल बलमा |

बिजासन का मंदिरया मे चलो बलमा ||

देवरजी के बवड़ आंजोली  बांजोली,

देवरानी जी बोले म्हने बोल बलमा, बोले बोल बलमा |

बिजासन का मंदिरया मे चलो बलमा ||

ननदोई जी के बवड़ आंजोली  बांजोली,

ननद बई बोले म्हने बोल बलमा, बोले बोल बलमा |

बिजासन का मंदिरया मे चलो बलमा ||

सायब जी के बवड़ आंजोली  बांजोली,

हू बोलू म्हने बोल बलमा, बोलू बोल बलमा |

बिजासन का मंदिरया मे चलो बलमा ||

कुँवरजी के बवड़ आंजोली  बांजोली,

कुल बऊ बोले म्हने बोल बलमा, बोले बोल बलमा |

बिजासन का मंदिरया मे चलो बलमा ||

बिजासन का मंदिरया की ऊंची नीची पेडी,

पेड़ी चड़न्ता बई के दिया ललना, बई के बांधया पालणा,

बिजासन का मंदिरया मे चलो बलमा ||

रात्रि जागरण के और महत्वपूर्ण गीत 

इसी तरह हमारी आने वाली पोस्ट या आगे लिखे जाने वाले गीत, कथा आप पड़ेंगे और फिर पड़कर उसे गाना पसंद करेंगे | अगर आप रात्रि जागरण के और गीत सुनना चाहते है तो इस वेबसाइट पर जाकर सुन सकते है |

धन्यवाद

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *