रात्रि जागरण गीत
अभी तक रात्रि जागरण गीत मे हमने सभी देवी देवता के अलग अलग गीत लिखे है | माता जी के भैरु महाराज के जुजार जी के और भी बहुत सारे | पर आज हम यह वह गीत लिखने वाले है जों आप सभी देवी देवता के लिए गा सकते है | यह गीत किसी एक भगवान के लिए नहीं लिखे गए है | हमारे धर्म मे जाती मे जों भी आपके कुल देवी देवता है यह गीत आप उन सभी के लिए गा सकते है | यहा पर आज हम कुछ चार गीत लिखेंगे | इसमे से आपको जों अच्छा लगे वो आप गा सकते है |
सभी देवता का प्रथम गीत
रगड़ चंदन की गाड़ी बनाई, गौ माता का धोरी जी, या गाड़ी म्हारा पीयर की |
अणी गाड़ी मे अम्बा माता बैठा, हांकण वाला नारद जी, या गाड़ी म्हारा पीयर की ||
रगड़ चंदन की गाड़ी बनाई, गौ माता का धोरी जी, या गाड़ी म्हारा पीयर की |
अणी गाड़ी मे भैरु महाराज बैठा, हांकण वाला नारद जी, या गाड़ी म्हारा पीयर की ||
रगड़ चंदन की गाड़ी बनाई, गौ माता का धोरी जी, या गाड़ी म्हारा पीयर की |
अणी गाड़ी मे जुजार बाबा बैठा, हांकण वाला नारद जी, या गाड़ी म्हारा पीयर की ||
रगड़ चंदन की गाड़ी बनाई, गौ माता का धोरी जी, या गाड़ी म्हारा पीयर की |
अणी गाड़ी मे बाला पुर्बज बैठा, हांकण वाला नारद जी, या गाड़ी म्हारा पीयर की ||
रगड़ चंदन की गाड़ी बनाई, गौ माता का धोरी जी, या गाड़ी म्हारा पीयर की |
अणी गाड़ी मे सती माता बैठा, हांकण वाला नारद जी, या गाड़ी म्हारा पीयर की ||
रगड़ चंदन की गाड़ी बनाई, गौ माता का धोरी जी, या गाड़ी म्हारा पीयर की |
अणी गाड़ी मे परी माता बैठा, हांकण वाला नारद जी, या गाड़ी म्हारा पीयर की ||
रगड़ चंदन की गाड़ी बनाई, गौ माता का धोरी जी, या गाड़ी म्हारा पीयर की |
अणी गाड़ी मे भूल्या – चुक्या बैठा, हांकण वाला नारद जी, या गाड़ी म्हारा पीयर की ||
या गाड़ी चारी भई (जीतने भई हो उनकी संख्या) छोड़ावे, या गाड़ी नाना मोटा छोडावे |
बगड़ बुवारे लाड़ी बऊ, या गाड़ी म्हारा पीयर की ||
रात्रि जागरण गीत मे सभी देवता का दूसरा गीत
चौसठ रंग को बाजोट मंगायो, मेलया है माणक चौक भगवान |
आज भैरु महाराज पामणा हो आया, नम नम लागा पाँव भगवान ||
चौसठ रंग को बाजोट मंगायो, मेलया है माणक चौक भगवान |
आज जुजार बाबा पामणा हो आया, नम नम लागा पाँव भगवान ||
चौसठ रंग को बाजोट मंगायो, मेलया है माणक चौक भगवान |
आज बाला पूर्बज पामणा हो आया, नम नम लागा पाँव भगवान ||
चौसठ रंग को बाजोट मंगायो, मेलया है माणक चौक भगवान |
आज सती माता पामणा हो आया, नम नम लागा पाँव भगवान ||
चौसठ रंग को बाजोट मंगायो, मेलया है माणक चौक भगवान |
आज परी माता पामणा हो आया, नम नम लागा पाँव भगवान ||
चौसठ रंग को बाजोट मंगायो, मेलया है माणक चौक भगवान |
आज भूल्या – चूक्या पामणा हो आया, नम नम लागा पाँव भगवान ||
डाबा हाथ मे हीरा मोती चमके, जीमणा मे ध्वजा लहराये भगवान |||
सभी देवता का तीसरा गीत
डाली भर फुलड़ा लाई वो मालनिया, अम्बे माता की सेज सजाई वो मालनिया |
देवता जागया सारी रात सजाया विनका घोड़ीला, विनने मारया चाबुक चार उड़ाया विनका घोड़ीला ||
डाली भर फुलड़ा लाई वो मालनिया, परी माता की सेज सजाई वो मालनिया |
देवता जागया सारी रात सजाया विनका घोड़ीला, विनने मारया चाबुक चार उड़ाया विनका घोड़ीला ||
डाली भर फुलड़ा लाई वो मालनिया, सती माता की सेज सजाई वो मालनिया |
देवता जागया सारी रात सजाया विनका घोड़ीला, विनने मारया चाबुक चार उड़ाया विनका घोड़ीला ||
डाली भर फुलड़ा लाई वो मालनिया, भैरु महाराज की सेज सजाई वो मालनिया |
देवता जागया सारी रात सजाया विनका घोड़ीला, विनने मारया चाबुक चार उड़ाया विनका घोड़ीला ||
डाली भर फुलड़ा लाई वो मालनिया, जुजार बाबा की सेज सजाई वो मालनिया |
देवता जागया सारी रात सजाया विनका घोड़ीला, विनने मारया चाबुक चार उड़ाया विनका घोड़ीला ||
डाली भर फुलड़ा लाई वो मालनिया, बाला पूर्बज की सेज सजाई वो मालनिया |
देवता जागया सारी रात सजाया विनका घोड़ीला, विनने मारया चाबुक चार उड़ाया विनका घोड़ीला ||
डाली भर फुलड़ा लाई वो मालनिया, भूल्या – चूक्या की सेज सजाई वो मालनिया |
देवता जागया सारी रात सजाया विनका घोड़ीला, विनने मारया चाबुक चार उड़ाया विनका घोड़ीला ||
डाली भर फुलड़ा लाई वो मालनिया |||
रात्रि जागरण गीत मे सभी देवता का चौथा गीत
म्हारा हिरदा मे खुल्यो रे गुलाब, यों फूल किनके चड़ाऊ |
यों फूल तो अम्बे माता के चड़ाऊ, वी तो देगा आशीर्वाद, यों फूल किनके चड़ाऊ ||
म्हारा हिरदा मे खुल्यो रे गुलाब, यों फूल किनके चड़ाऊ |
यों फूल तो सती माता के चड़ाऊ, वी तो देगा आशीर्वाद, यों फूल किनके चड़ाऊ ||
म्हारा हिरदा मे खुल्यो रे गुलाब, यों फूल किनके चड़ाऊ |
यों फूल तो परी माता के चड़ाऊ, वी तो देगा आशीर्वाद, यों फूल किनके चड़ाऊ ||
म्हारा हिरदा मे खुल्यो रे गुलाब, यों फूल किनके चड़ाऊ |
यों फूल तो भैरु महाराज के चड़ाऊ, वी तो देगा आशीर्वाद, यों फूल किनके चड़ाऊ ||
म्हारा हिरदा मे खुल्यो रे गुलाब, यों फूल किनके चड़ाऊ |
यों फूल तो जुजार बाबा के चड़ाऊ, वी तो देगा आशीर्वाद, यों फूल किनके चड़ाऊ ||
म्हारा हिरदा मे खुल्यो रे गुलाब, यों फूल किनके चड़ाऊ |
यों फूल तो बाला पूर्बज के चड़ाऊ, वी तो देगा आशीर्वाद, यों फूल किनके चड़ाऊ ||
म्हारा हिरदा मे खुल्यो रे गुलाब, यों फूल किनके चड़ाऊ |
यों फूल तो भूल्या – चूक्या के चड़ाऊ, वी तो देगा आशीर्वाद, यों फूल किनके चड़ाऊ ||
म्हारा हिरदा मे खुल्यो रे गुलाब, यों फूल किनके चड़ाऊ |
यों फूल तो देवी देवता के चड़ाऊ, वी तो देगा आशीर्वाद, यों फूल किनके चड़ाऊ ||
रात्रि जागरण के अन्य महत्वपूर्ण गीत
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- पूर्बज के गीत
- पिपली का गीत
- नहाने का गीत
- पिपली का गीत 2
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- जुजार जी का गीत
- केसर का गीत
- पान का गीत
- जाजम का गीत
- ढोलक का गीत
- लाड़ी बऊ का गीत
- बड़े जुजार जी का गीत
- पूर्बज के गीत भाग 2
- पूर्बज के गीत भाग 3
- जुजार जी के गीत भाग 2
- जुजार जी के गीत भाग 3
- सूरा पूरा के गीत
- चणीयारी या अंतिम गीत
- भैरु महाराज के गीत
- सिद्ध बड़ (बरगद) पेड़ का गीत
- सती माता के गीत
- परी माता के गीत
- छींक माता और चौथ माता के गीत
- शीतला माता और बिजासन माता के गीत
- चारभुजा जी और रामदेव जी के गीत
- नाग महाराज और पाल्या महाराज के गीत
- महेंदी का गीत
- चामुंडा माता का गीत और हनुमान जी का गीत
इसी तरह हमारी आने वाली पोस्ट या आगे लिखे जाने वाले गीत, कथा आप पड़ेंगे और फिर पड़कर उसे गाना पसंद करेंगे | अगर आप रात्रि जागरण के और गीतो के बारे मे जानना चाहते है तो इस वेबसाइट पर जाकर पड़ सकते है |