Pari Mata

रात्रि जागरण गीत

रात्रि जागरण गीत

जब हम हमारे घर मे जागरण रखते है तब बहुत से रात्रि जागरण गीत गाते है | सभी भगवान के गीत अलग अलग होते है | उन्ही मे से एक होती है हमारी परी माता | हमारे यहा एसा कहा जाता है, की जिस स्त्री की मृत्यु समय के पहले हो जाती है | या एक बच्चे को जन्म देते वक्त हो जाती है | वह अपनी उमर पूरी होने पर अपने अच्छे कर्मों से परी मा बन जा जाती है | आज हम यहा उन्ही के गीत लिखने वाले है |

परी माता का प्रथम गीत 

यह गीत आप परी माता, अम्बा माता और सती माता तीनों देवियों के लिए गा सकते है |

तांबा पीतल को बेवड़ो म्हारी लाड़ी बऊ पाणी चाल्या जी, तांबा पीतल को बेवड़ो म्हारी जोड़ा बऊ पाणी चाल्या जी |

आड़ा तो म्हारी अम्बा माता फरग्या भरे ना भरवा देवे जी,

भरवा दो शिवजी की राणी, घरे म्हारों बालक रोवे जी,

बालक ने तो दूध पिलई दो, पालणे झूलई दो फेर म्हारा मंदिर आवो जी || 

तांबा पीतल को बेवड़ो म्हारी लाड़ी बऊ पाणी चाल्या जी, तांबा पीतल को बेवड़ो म्हारी जोड़ा बऊ पाणी चाल्या जी |

आड़ा तो म्हारी सती माता फरग्या भरे ना भरवा देवे जी,

भरवा दो राजा की राणी, घरे म्हारों बालक रोवे जी,

बालक ने तो दूध पिलई दो, पालणे झूलई दो फेर म्हारा मंदिर आवो जी ||

तांबा पीतल को बेवड़ो म्हारी लाड़ी बऊ पाणी चाल्या जी, तांबा पीतल को बेवड़ो म्हारी जोड़ा बऊ पाणी चाल्या जी |

आड़ा तो म्हारी परी माता फरग्या भरे ना भरवा देवे जी,

भरवा दो इन्दर की राणी, घरे म्हारों बालक रोवे जी,

बालक ने तो दूध पिलई दो, पालणे झूलई दो फेर म्हारा मंदिर आवो जी ||

रात्रि जागरण गीत मे परी माता का दूसरा गीत 

भम्मर पेर परी बई डगर हो बैठा |

टीका की लगी झगाझोल हो परी बई मंदर सिधारो ||

झुमकी पेर परी बई डगर हो बैठा |

झाला की लगी झगाझोल हो परी बई मंदर सिधारो ||

भम्मर पेर परी बई डगर हो बैठा |

टीका की लगी झगाझोल हो लाल बई मंदर सिधारो ||

झुमकी पेर परी बई डगर हो बैठा |

झाला की लगी झगाझोल हो लाल बई मंदर सिधारो ||

भम्मर पेर परी बई डगर हो बैठा |

टीका की लगी झगाझोल हो फूल बई मंदर सिधारो ||

झुमकी पेर परी बई डगर हो बैठा |

झाला की लगी झगाझोल हो फूल बई मंदर सिधारो ||

भम्मर पेर परी बई डगर हो बैठा |

टीका की लगी झगाझोल हो कालका बई मंदर सिधारो ||

झुमकी पेर परी बई डगर हो बैठा |

झाला की लगी झगाझोल हो कालका बई मंदर सिधारो ||

भम्मर पेर परी बई डगर हो बैठा |

टीका की लगी झगाझोल हो चावंडा माता मंदर सिधारो ||

झुमकी पेर परी बई डगर हो बैठा |

झाला की लगी झगाझोल हो चावंडा माता मंदर सिधारो ||

परी माता का तीसरा गीत 

आँगन मांडू मांडवा ने, कंवले मांडू केल रे|

कंवले मांडू केल रे, परी बई का ओटला चतरई से राखू रे ||

परी ने भम्मर सोवे, टीका अनमोल रे |

टीका अनमोल रे, परी बई का ओटला चतरई से राखू रे ||

परी बई ने झुमकी सोवे, झाला अनमोल रे |

झाला अनमोल रे, परी बई का ओटला चतरई से राखू रे ||

परी बई ने हरवा सोवे, डोरा अनमोल रे |

डोरा अनमोल रे, परी बई का ओटला चतरई से राखू रे ||  

परी बई ने चूडलो सोवे, चूडला अनमोल रे |

चूडला अनमोल रे, परी बई का ओटला चतरई से राखू रे ||

परी बई ने झाँझर सोवे, पायल अनमोल रे |

पायल अनमोल रे, परी बई का ओटला चतरई से राखू रे ||

परी बई ने बिछिया सोवे, बिछिया अनमोल रे |

बिछिया अनमोल रे, परी बई का ओटला चतरई से राखू रे ||

पारी बई ने कंकु सोवे, कंकु अनमोल रे |

कंकु अनमोल रे, परी बई का ओटला चतरई से राखू रे ||

रात्रि जागरण गीत मे परी माता का चैथा गीत 

जमुना किनारे पेड़ कदम का, डाल पकड़ मे तो भरु रे गगरिया |

सुसरा हमारा जनम अबोला, कौन उतारे मेरे सिर की गगरिया ||

जमुना किनारे पेड़ कदम का, डाल पकड़ मे तो भरु रे गगरिया |

जेठ हमारा जनम अबोला, कौन उतारे मेरे सिर की गगरिया ||

जमुना किनारे पेड़ कदम का, डाल पकड़ मे तो भरु रे गगरिया |

देवर हमारा जनम अबोला, कौन उतारे मेरे सिर की गगरिया ||

जमुना किनारे पेड़ कदम का, डाल पकड़ मे तो भरु रे गगरिया |

ननदोई हमारा जनम अबोला, कौन उतारे मेरे सिर की गगरिया ||

हरता जो फरता परी बई आया, वी तो उतारे म्हारा सिर की गगरिया ||

परी माता का पाँचवा गीत 

माता घर मे तो आँगन दीवा बले |

माता मंदरिया मे लगी झगा झोल हो |

आज परी माता पामणा, आज सती माता पामणा ||

एकज दीवलो कचेरिया मे रखियो |

जीमे तो बेठा समृत बाप हो, आज परी माता पामणा ||

एकज दीवलो सेरया माय रखियो |

जीमे तो बेठा सदा सुहागन माय हो, आज सती माता पामणा ||

एकज दीवलो परेंड़ी पे रखियो |

जीमे तो बेठा समृत बीरा हो, आज परी माता पामणा ||

एकज दीवलो मेहला माय रखियो |

जीमे तो बेठा सदा सुहागन भाबज हो, आज सती माता पामणा ||

एकज दीवलो आरती माय रखियो |

जीमे तो बेठा सगली बेन्या हो, आज परी माता पामणा ||

रात्रि जागरण के अन्य महत्वपूर्ण गीत

इसी तरह हमारी आने वाली पोस्ट या आगे लिखे जाने वाले गीत, कथा आप पड़ेंगे और फिर पड़कर उसे गाना पसंद करेंगे | अगर आप रात्रि जागरण के और गीतो के बारे मे जानना चाहते है तो इस वेबसाइट पर जाकर पड़ सकते है | 

धन्यवाद 

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