रात्रि जागरण गीत
रात्रि जागरण गीत मे अभी तक बहुत से गीत हम लिख चुके है | देवी देवता के गीत, पेड़ के गीत जिनकी पूजा की जाती है वह सभी गीत हमने लिखे है | आज हम जों गीत लिखने वाले है वो गीत है महेंदी का गीत | महेंदी का उपयोग सभी धर्मों मे किया जाता है | महेंदी को सभी छोटे से छोटे शुभ कार्यो मे भी इस्तमाल किया जाता है | आज कल महेंदी के बने बनाए कोण उपलब्ध है | पर सबसे पहले महेंदी का उपयोग उसके पत्तों को पीसकर फिर हाथों मे लगाया जाता था |
उसके बाद थोड़ा परिवर्तन आया | महेंदी के पत्तों को सुखाकर, उसमे पानी डालकर गला कर तीली के माध्यम से हाथों मे लगाया जाता था | फिर कहि जाकर कोण का निर्माण हुआ | फिर हाथों से कोण बनाए जाते उसमे महेंदी को भरा जाता था | अब आज कल बने बनाए महेंदी के कोण बाजार मे उपलब्ध है | सभी उसी का उपयोग करते है | अब कोई इतनी मेहनत नहीं करना चाहता है | पेरो मे भी बने बनाए कोण की महेंदी हि लगाई जाती है | महेंदी का उपयोग बालों को रंगने मे भी किया जाता है |
महेंदी भी अलग अलग प्रकार की होती है | हाथों मे लगाने की महेंदी अलग | पूजा मे चड़ाने की महेंदी अलग | बालों की महेंदी अलग | महेंदी की तासीर ठंडी होती है | इसलिए गर्मियों मे इसका उपयोग ज्यादा किया जाता है | गर्मियों मे बालों मे और पेरो मे महेंदी लगाने से शरीर को ठंडक मिलती है | बहुत सी स्त्रिया अपने हाथों से महेंदी का रंग कभी छूटने नहीं देती है | क्योंकि यह सुहाग का भी प्रतीक है | सभी की महेंदी को लेकर अलग अलग मान्यता है | कोई कहता है की महेंदी पति पत्नी के प्यार का प्रतीक है | तो कोई कहता है सास बहु के प्यार का प्रतीक है |
रात्रि जागरण गीत मे महेंदी का गीत क्यों गाया जाता है
हम अपने घरों मे जागराता तब रखते है | जब हमारे घर मे कोई मंगल कार्य होने वाला हो या हम शुभ कार्य करना चाहते हो | तो जब महेंदी सभी शुभ कार्यो मे उपयोग की जाती है है | तो जगराते मे भी इसका उपयोग होना चाहिए होना क्या चाहिए होता हि है | महेंदी सुहागन के सोलह शृंगार मे से एक है | तो जब हम अपने हाथों मे महेंदी मे लगाते है तो अपने भगवान को क्यों नहीं |
हम जब अपने घर मे जगराता रखते है | या कभी भी मंदिरों मे पूजा करते है तो महेंदी चड़ाते है | तो होता यह है की जगराते मे महेंदी भगवान को जब चड़ती है | तब गीत गाया जाता है | गीत गाते हुए हम देवी देवता को महेंदी अर्पण करते है | तो चलिए आपको महेंदी के गीत के बोल बताते है |
रात्रि जागरण गीत मे महेंदी का गीत
मेंदी दि जो रे वणी नो ई भई वाली के हाथ, प्रेम रस मेंदी राचणी |
वी तो नो ई भई पूछे गोरी से बात, प्रेम रस मेंदी राचणी |
कणे माण्डयो वो सुहागण थारो हाथ, प्रेम रस मेंदी राचणी |
बई सगली बेन्या ने माण्डयो म्हारों हाथ, प्रेम रस मेंदी राचणी |
बालो लागे वो सुहागण थारो हाथ, प्रेम रस मेंदी राचणी |
थारो हाथ म्हारा हिवडा ऊपर मेल म्हारा जीवड़ा ऊपर मेल, प्रेम रस मेंदी राचणी |
बई बेन्या बई ने चुंदड़ ओड़ावो, प्रेम रस मेंदी राचणी |
महेंदी के गीत का अर्थ
इस गीत का अर्थ कुछ तरह है | की कुछ स्त्रिया दुल्हन से या घर की बहु से पूछती है | जों 9 भाइयों की बहन है | की तुम्हारे हाथ मे ये रंग भरी महेंदी जों इतनी रची है | किसने लगाई है | उसके बाद वही नो भाई अपनी बहन से पूछते है की तुझे यह महेंदी किसने लगाई | सुहागन के हाथों मे यह महेंदी किसने लगाई है | तब वह सुहागन जवाब देती है | की जितनी भी बहने है मतलब ननद है उन्होंने मेरे हाथों मे महेंदी लगाई है |
फिर वहा बैठा उस सुहागन का सुहाग उसे कहता है | की ये महेंदी बहुत सुंदर लग रही है | अपना यह हाथ मेरे सिने के ऊपर रख मेरे दिल के ऊपर रख | यह महेंदी बहुत अच्छी रची है | कोई जाकर मेरी बहनों को चुंदड़ ओड़ाओ जिसने यह सुंदर महेंदी बनाई है |
इस गीत के अर्थ से आप इसे अच्छे से गा सकते है | चाहे तो एक समूह मे गा सकते है | जिसमे पति पत्नी भाई बहन सब हो अगर सब मिलकर ये गीत गाए तो आनंद आता है | इस गीत के जरिए थोड़ी हसी ठिठोली भी हो जाती है | मतलब महेंदी के रंग को लेकर सहेलिया एक दूसरे को छेड़ सकती है | की किसका पति किससे ज्यादा प्यार करता है | जिसकी महेंदी का रंग ज्यादा गहरा उनके रिश्ते मे उतना ज्यादा प्रेम |
अभी तक बहुत सारे रोचक गीत हम लिख चुके है | उम्मीद है आपको हमारे यह गीत पसंद आ रहे होंगे | देवी देवता का रात्रि जागरण, माता की चौकी, या रातीजगा आप जों भी बोलते हो उन सभी मे आप यह गीत गा सकते है | आप इन गीतों को अपने इष्ट देव के हिसाब से चुन सकते है | या गीतों मे अपने इष्ट देव का नाम लेकर बदलाव कर सकते है |
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- पूर्बज के गीत भाग 2
- पूर्बज के गीत भाग 3
- जुजार जी के गीत भाग 2
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- सूरा पूरा के गीत
- चणीयारी या अंतिम गीत
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इसी तरह हमारी आने वाली पोस्ट या आगे लिखे जाने वाले गीत, कथा आप पड़ेंगे और फिर पड़कर उसे गाना पसंद करेंगे | अगर आप रात्रि जागरण के और गीतो के बारे मे जानना चाहते है तो इस वेबसाइट पर जाकर पड़ सकते है |