Jaajam ka Geet

रात्रि जागरण गीत

रात्रि जागरण गीत

रात्रि जागरण गीत मे एक गीत होता है जाजम का गीत | जाजम का मतलब होता है कालीन | इसे कालीन का गीत भी कहा जा सकता है | कालीन कहो चटाई कहो या दरी या बिछोना जों हमारी मालवी मे बोलते है इन सब का मतलब करीब करीब एक हि है | हम अपने घरों मे रोज जहा पर बेठक होती है | जिसे बेठक कक्ष कहते है वहा पर कालीन बिछाते है | पहले के जमाने मे जों दरी या चट्टाई जिसे कहते है | वह हमारी दादी, नानी, माँ, भुआ यही लोग घर पर हि बून लेते थे | आज भी कई घरों मे अपने हाथों से बुने हुए कालीन का उपयोग किया जाता है |

अलग अलग डिजाइन के यह कालीन बहुत हि सुंदर और आकर्षक लगते है | आज कल मशीनों द्वारा इन कालीन को बनाया जाता है | तो इसमें बहुत सारे रंग बहुत खूबसूरत कलाकृति बनाई जाती है | कालीन का इस्तमाल हम रोज हि करते है | अगर हमारे घर मे कोई मेहमान आ जाता है तो नये कालीन निकाले जाते है | जिससे हमारे घर की सुंदरता और भी बड़ जाती है | आज का जमाना तो वैसे हि दिखावटी है तो इसमे कोई नई बात नहीं है | हम सब इसी दुनिया का हिस्सा है तो यह तो करेंगे ही |

रात्रि जागरण गीत मे जाजम के गीत का महत्व

अब हम बात करते है की रात्रि जागरण गीत मे जाजम का गीत क्यों गाते है | इसका क्या महत्व है और इसके बोल क्या है | जाजम का मतलब तो आपको हम बता हि चुके है | उसीसे आपको थोड़ा तो समझ आ हि गया होगा की यह गीत क्यों जरूरी है | फिर भी हम आपको बताते है | अब जब हम अपने मेहमान को नये कालीन पर बिठाते है तो फिर भगवान को क्यों नहीं | उन्हे अपने घर बुलाकर नीचे तो नहीं बिठाएंगे नया | इसलिए हम जाजम का गीत गाते है |

 

रात्रि जागरण गीत मे जाजम का गीत 

जाजम रालोरे, बाजोट जां पर खेले सगला देव |

एकज खेले हो म्हारा बाला पूर्बज वांकी बालक बेस ||

जाजम रालोरे, बाजोट जां पर खेले सगला देव |

एकज खेले हो म्हारा जुजार बाबा वांकी बालक बेस ||

जाजम रालोरे, बाजोट जां पर खेले सगला देव |

एकज खेले हो म्हारा बाला भैरु बाबा वांकी बालक बेस ||

वांकी बालक बेस वांके कड़या रलंता केस |

वांके कड़या रलंता रलीगया ने गज – गज लंबा केस | वांके हाथ लकीरी मूंदड़ी ने वांकी बालक बेस | वांके पाँव लकीरी मोजड़ी ने वांकी बालक बेस ||

जाजम रालोरे, बाजोट जां पर खेले सगला देव |

एकज खेले हो म्हारी माता बाई वांकी बालक बेस ||

जाजम रालोरे, बाजोट जां पर खेले सगला देव |

एकज खेले हो म्हारी सती माता वांकी बालक बेस ||

जाजम रालोरे, बाजोट जां पर खेले सगला देव |

एकज खेले हो म्हारा भुल्या – चुक्या वांकी बालक बेस ||

वांकी बालक बेस वांके कड़या रलंता केस |

वांके कड़या रलंता रलीगया ने गज – गज लंबा केस | वांके हाथ लकीरी मूंदड़ी ने वांकी बालक बेस | वांके पाँव लकीरी मोजड़ी ने वांकी बालक बेस |

जाजम के गीत का हिन्दी अनुवाद 

कालीन लाओ उस पर बाजोट (पटिया) रखो सभी देवी देवता खेलेंगे |

हमारे छोटे पूर्बज अकेले खेल रहे है जिनका बेस (पहनावा) बालक (बच्चा) का जेसा है ||

कालीन लाओ उस पर बाजोट (पटिया) रखो सभी देवी देवता खेलेंगे |

हमारे जुजार महाराज अकेले खेल रहे है जिनका बेस (पहनावा) बालक (बच्चा) का जेसा है ||

कालीन लाओ उस पर बाजोट (पटिया) रखो सभी देवी देवता खेलेंगे |

हमारे भैरु महाराज अकेले खेल रहे है जिनका बेस (पहनावा) बालक (बच्चा) का जेसा है ||

उनका पहनावा बच्चे की तरह है और उनके बाल कडक है |

उनके कडक बाल नरम हो गए और लंबे हो गए | उनके हाथो मे मूंदड़ी है बाकी पहनावा बच्चे की तरह है | उनके पेरो मे उन्होंने मोजड़ी पहनी है बाकी पहनावा बच्चे की तरह है ||

कालीन लाओ उस पर बाजोट (पटिया) रखो सभी देवी देवता खेलेंगे |

हमारी माता रानी अकेले खेल रही है जिनका बेस (पहनावा) बालक (बच्चा) का जेसा है ||

कालीन लाओ उस पर बाजोट (पटिया) रखो सभी देवी देवता खेलेंगे |

हमारी सती माता अकेले खेल रहे है जिनका बेस (पहनावा) बालक (बच्चा) का जेसा है ||

कालीन लाओ उस पर बाजोट (पटिया) रखो सभी देवी देवता खेलेंगे |

हमारे भूले – चुके अकेले खेल रहे है जिनका बेस (पहनावा) बालक (बच्चा) का जेसा है ||

उनका पहनावा बच्चे की तरह है और उनके बाल कडक है |

उनके कडक बाल नरम हो गए और लंबे हो गए | उनके हाथो मे मूंदड़ी है बाकी पहनावा बच्चे की तरह है | उनके पेरो मे उन्होंने मोजड़ी पहनी है बाकी पहनावा बच्चे की तरह है ||

निष्कर्ष 

इस गीत के निष्कर्ष यह है की जेसे हम लोग सांप सीडी, लूडो, केरम और अंग मंग चौक चंग जेसे खेल खेलते थे या खेलते है | उसी तरह देवी देवता भी कुछ खेलते है उसमे है एक चौसर का खेल एक शतरंज का खेल और भी होंगे पर उनका नाम अभी याद नहीं आ रहा है | इसे हि वो भी खेलते है तो उनके खेलने के लिए हम तैयारिया करते है | उम्मीद है की आपको यह गीत पसंद आएगा और आप इसे अपने जगराते मे जरूर गाएंगे |

इसी तरह हमारी आने वाली पोस्ट या आगे लिखे जाने वाले गीत, कथा आप पड़ेंगे और फिर पड़कर उसे गाना पसंद करेंगे | अगर आप रात्रि जागरण के और गीतो के बारे मे जानना चाहते है तो इस वेबसाइट पर जाकर पड़ सकते है |

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धन्यवाद 

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