dholak ka geet

रात्रि जागरण गीत

रात्रि जागरण गीत 

रात्रि जागरण गीत मे बहुत सारे गीत आते है | वही एक गीत ढोलक का आता है | ढोलक का गीत अपने गाया भी होगा और सुना भी होगा | ढोल हमारी संस्कृति मे सभी शुभ कार्यों मे बजाया जाता है | जहा तक मुझे पता है ढोलक के बिना तो गीत हि नहीं गाया जाता है | तो एक गीत ढोलक का होना हि चाहिए | ऐसे बहुत काम लोग होंगे जिसे ढोलक की ताल पर नाचना नहीं आता होगा या नाचने का कभी मन नहीं किया होगा | ढोलक की थाप होती हि एसी हि की अपने आप पेर उठ हि जाते है | बिना ढोलक के कोई खुशी पूरी हि नहीं होती है | 

ढोलक भी अलग अलग तरह के आते है इतना मुझे पता है | पर जों बजाना जानता है वही ढोलक की सही पहचान के सकता है | ढोलक के अलावा बहुत सारे संगीत उत्पन्न करने के उपकरण आते है | पर जगरतों मे ढोलक हि बजाया जाता है |  जगरातों के अलावा ढोलक भजन संध्या मे, महिला संगीत मे, विवाह मे, भागवत कथा मे, और हर तरह के शुभ कार्यों मे बजाया जाता है|

रात्रि जागरण गीत मे ढोलक के गीत का महत्व 

आप जगरातो मे माता की चौकी मे गए हि होंगे | वहा अपने देखा हि होगा ढोल बजते हुए | मुझे नहीं पता पर शायद आपने यह भी देखा हो की जब ढोली हमारे घर ढोल लेकर आते है तब हम उस ढोल की पूजा करते है | ढोलक को तिलक लगते है उस पर फूल चडाते है स्वस्तिक बनाते है | ढोल भी एक पूजनीय संगीत उपकरण है | जिसकी पूजा की जाती है | जहा दीपक को, पीपल के पेड़ को,  पटिये को सबको इतना महत्व दिया जाता है | तो वहा पर ढोलक भी उतना हि महत्व मिलेगा ना | तो ढोल पर भी गीत होना हि चाहिए | इसलिए हम आपके लिए ढोलक का यह गीत लेकर आए है |

रात्रि जागरण गीत मे ढोलक का गीत 

पूर्बज शीश री पागा सवा लाख की, पूर्बज काना रा मोती सवा लाख का,

पूर्बज पेंचा रो अदकस रूप हो,

म्हारा बाला पूर्बज ढोल घोरांवा माणक चौक में |

पूर्बज चुन्नी रो अदकस रूप हो,

म्हारा बाला पूर्बज ढोल घोरांवा माणक चौक में ||

पूर्बज हिवडा री कंठी सवा लाख की, पूर्बज अंग रा जामा सवा लाख का,

पूर्बज डोरा रो अदकस रूप हो,

म्हारा बाला पूर्बज ढोल घोरांवा माणक चौक में |

पूर्बज केसर रो अदकस रूप हो,

म्हारा बाला पूर्बज ढोल घोरांवा माणक चौक में ||

पूर्बज हाथा रा कडा सवा लाख की, पूर्बज पाँवा रा मोजा सवा लाख का,

पूर्बज पोंची रो अदकस रूप हो,

म्हारा बाला पूर्बज ढोल घोरांवा माणक चौक में |

पूर्बज मेंदी रो अदकस रूप हो,

म्हारा बाला पूर्बज ढोल घोरांवा माणक चौक में ||

पूर्बज बैठवा री तेजी सवा लाख की,

पूर्बज चाबुक रो अदकस रूप हो,

म्हारा बाला पूर्बज ढोल घोरांवा माणक चौक में |

पूर्बज पेरी ओड़ी ने बायर आओ हो,

म्हारा बाला पूर्बज ढोल घोरांवा माणक चौक में |

पूर्बज भाई भतीजा जोवे बाट हो,

म्हारा बाला पूर्बज ढोल घोरांवा माणक चौक में |

पूर्बज बेन – कुंवारी जोवे जोवे बाट,

म्हारा बाला पूर्बज ढोल घोरांवा माणक चौक में ||

ढोल के गीत का हिन्दी अनुवाद 

पूर्बज आपके सिर की पगड़ी सवा लाख की है, आपके कानों मे जों मोती है वो सवा लाख के है,

आपके इस कुर्ते मे आपका रूप बहुत सुंदर लग रहा है, पूर्बज हमारे घर के आँगन मे ढोलक की थाप गूंज रही है |

आपकी चुन्नी मे आपका रूप बहुत सुंदर लग रहा है, पूर्बज हमारे घर के आँगन मे ढोलक की थाप गूंज रही है ||

पूर्बज आपके गले की माला सवा लाख की है, आपके अंग वस्त्र जों है वो सवा लाख के है,

आपके गले की चेन मे आपका रूप बहुत सुंदर लग रहा है, पूर्बज हमारे घर के आँगन मे ढोलक की थाप गूंज रही है |

आपका केसर सा ये रूप बहुत सुंदर लग रहा है, पूर्बज हमारे घर के आँगन मे ढोलक की थाप गूंज रही है ||

पूर्बज आपके हाथो के कड़े सवा लाख के है, आपके पेरो मे जों मोजे है वो सवा लाख के है,

आपके हाथों की पोंचि मे आपका रूप बहुत सुंदर लग रहा है, पूर्बज हमारे घर के आँगन मे ढोलक की थाप गूंज रही है |

हाथो की मेहंदी मे आपका रूप बहुत सुंदर लग रहा है, पूर्बज हमारे घर के आँगन मे ढोलक की थाप गूंज रही है ||

पूर्बज आपके बेठने का ये आसन सवा लाख का है,

आपके पास जों चाबुक है उसमे आपका रूप बहुत सुंदर लग रहा है, पूर्बज हमारे घर के आँगन मे ढोलक की थाप गूंज रही है | यह सब पहन कर आप बाहर आओ, हमारे घर के आँगन मे ढोलक की थाप गूंज रही है |

पूर्बज हमारे भाई भतीजे दीपक की लों जला रहे है, हमारे घर के आँगन मे ढोलक की थाप गूंज रही है  | हमारी कुंवारी बहने दीपक की लों जला रही है, हमारे घर के आँगन मे ढोलक की थाप गूंज रही है |

निष्कर्ष 

इस गीत का निष्कर्ष यह है की इस गीत मे हम हमारे पूर्बज को बता रहे है की वो कितने सुंदर लग रहे है, वो तैयार हो रहे है हमारे घर आने के लिए | तो भगवान आप आ जो ढोलक बजना शुरू हो गया है | पूरे आँगन मे ढोलक की गूंज उठ रही है बस अब आप आ जाइए | उम्मीद है आपको हमारा यह ढोलक का गीत जरुर पसंद आएगा |

इसी तरह हमारी आने वाली पोस्ट या आगे लिखे जाने वाले गीत, कथा आप पड़ेंगे और फिर पड़कर उसे गाना पसंद करेंगे | अगर आप रात्रि जागरण के और गीतो के बारे मे जानना चाहते है तो इस वेबसाइट पर जाकर पड़ सकते है | 

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धन्यवाद 

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