Purbaj ke geet vol 3

रात्रि जागरण गीत

रात्रि जागरण गीत 

रात्रि जागरण गीत के इस समूह मे पूर्बज के कुल आठ गीत हमने लिखे है | आप यह सभी गीत जगरातो मे गा सकते है | यह आठ गीत हमे 3 भाग मे लिखे है पहले मे पूर्बज का 1 गीत है | दूसरे भाग मे पूर्बज के अन्य 3 गीत है | बाकी चार गीत हमने इस भाग मे लिखे है | 

 

पूर्बज (सुवासणी) का पाँचवा गीत

अणी हो परिवार माय हे कोई राजवी, अणी हो परिवार माय हे तिन (जीतने भई हो उनकी संख्या) भई राजवी |

वी म्हारी हँसकर हाँसी झेले हो राज, खेलों म्हारा बाला पूर्बज रना हो बना मे ||

अणी हो परिवार माय मोहनलालजी (यहा अपने परिवार के लड़कों के नाम बोले) राजवी, अणी हो परिवार माय अमृतलालजी राजवी |

वी म्हारी हँसकर हाँसी झेले हो राज, खेलों म्हारा जुजार बाबा रना हो बना मे ||

अणी हो परिवार माय घनश्यामजी राजवी, अणी हो परिवार माय सगला भई राजवी |

वी म्हारी हँसकर हाँसी झेले हो राज, खेलों म्हारा भैरु बाबा रना हो बना मे ||

अणी हो परिवार माय हे कोई सुवासणी, अणी हो परिवार माय हे तिन (जीतने बहने हो उनकी संख्या) सुवासणी |

वी म्हारी हँसकर हाँसी झेले हो राज, खेलों म्हारी माता बाई रना हो बना मे ||

अणी हो परिवार माय शांति बाई (यहा अपने परिवार की लड़कियों के नाम बोले) सुवासणी, अणी हो परिवार माय रेखा बाई सुवासणी |

वी म्हारी हँसकर हाँसी झेले हो राज, खेलों म्हारी सती माता रना हो बना मे ||

अणी हो परिवार माय विष्णु बाई सुवासणी, अणी हो परिवार माय सगली बेन्या सुवासणी |

वी म्हारी हँसकर हाँसी झेले हो राज, खेलों म्हारा देवी देवता रना हो बना मे ||

रात्रि जागरण गीत मे पूर्बज का छठा गीत 

पूर्बजा रा चांदी रा किमाड़ सोना री मेड़या, उतरिया जी म्हारा राज |

जुजारा रा चांदी रा किमाड़ सोना री मेड़या, उतरिया जी म्हारा राज |

भैरुजी  रा चांदी रा किमाड़ सोना री मेड़या, उतरिया जी म्हारा राज |

उठो पंडा भड़क्या उगाड़ो बायर ऊबा जात्री जी म्हारा राज ||

जात्री रा उड़े रे निशान लाड़ी बऊ का चमक्या चूडला जी म्हारा राज ||

माता बाई रा चांदी रा किमाड़ सोना री मेड़या, उतरिया जी म्हारा राज |

सती माता रा चांदी रा किमाड़ सोना री मेड़या, उतरिया जी म्हारा राज |

देवी देवता रा चांदी रा किमाड़ सोना री मेड़या, उतरिया जी म्हारा राज |

उठो पंडा भड़क्या उगाड़ो बायर ऊबा जात्री जी म्हारा राज ||

जात्री रा उड़े रे निशान लाड़ी बऊ का चमक्या चूडला जी म्हारा राज ||

पूर्बज का सातवा गीत

उज्जीणिया मे बाजा बाजिया वो बई, म्हारी नरसिंगा मे पड़ी झंकार|

पूर्बज आया पामणा जी म्हारा राज ||

निकलो चारी भई बायरे हो तम, घोड़ीला सिंगारी सामा जावो |

पूर्बज आया पामणा जी म्हारा राज ||

उज्जीणिया मे बाजा बाजिया वो बई, म्हारी नरसिंगा मे पड़ी झंकार|

जूजारा आया पामणा जी म्हारा राज ||

निकलो दोई भई बायरे हो तम, घोड़ीला सिंगारी सामा जावो |

जुजारा आया पामणा जी म्हारा राज ||

उज्जीणिया मे बाजा बाजिया वो बई, म्हारी नरसिंगा मे पड़ी झंकार|

भैरुजी आया पामणा जी म्हारा राज ||

निकलो सगला भई बायरे हो तम, घोड़ीला सिंगारी सामा जावो |

भैरुजी आया पामणा जी म्हारा राज ||

उज्जीणिया मे बाजा बाजिया वो बई, म्हारी नरसिंगा मे पड़ी झंकार|

माता बई आया पामणा जी म्हारा राज ||

निकलो लाड़ी बऊ बायरे हो तम, बगड़ बुवारी सामा जावो |

माता बई आया पामणा जी म्हारा राज ||

उज्जीणिया मे बाजा बाजिया वो बई, म्हारी नरसिंगा मे पड़ी झंकार|

सती माता आया पामणा जी म्हारा राज ||

निकलो जोड़ा बऊ बायरे हो तम, बगड़ बुवारी सामा जावो |

सती माता आया पामणा जी म्हारा राज ||

उज्जीणिया मे बाजा बाजिया वो बई, म्हारी नरसिंगा मे पड़ी झंकार|

कुल देवता आया पामणा जी म्हारा राज ||

निकलो नानी मोती बायरे हो तम, बगड़ बुवारी सामा जावो |

कुल देवता आया पामणा जी म्हारा राज ||

उज्जीणिया मे बाजा बाजिया वो बई, म्हारी नरसिंगा मे पड़ी झंकार|

देवी देवता आया पामणा जी म्हारा राज ||

निकलो सगली बेन्या बायरे हो तम, आरती संजोई सामा जावो |

देवी देवता आया पामणा जी म्हारा राज ||

रात्रि जागरण गीत मे पूर्बज (झूठा झगड़ा) का आठवा गीत 

पूर्बज तमारा शीश री या पागा, पूर्बज तमारा काना रा ई मोती |

पेर पधारो री म्हारा बाला पूर्बज झूठा झगड़े लागा राज ||

पूर्बज तमारा हिवडा री कंठी, पूर्बज तमारा अंग रा ई जामा |

पेर पधारो री म्हारा बाला पूर्बज झूठा झगड़े लागा राज ||

पूर्बज तमारा हाथ र ई कडा, पूर्बज तमारा पाँवा रा ई मोजा |

पेर पधारो री म्हारा बाला पूर्बज झूठा झगड़े लागा राज ||

पूर्बज तमारी बैठवा री तेजी |

बैठ पधारो री म्हारा बाला पूर्बज झूठा झगड़े लागा राज ||

पूर्बज तमारा हाथा रा ई चाबुक |

लेने पधारो री म्हारा बाला पूर्बज झूठा झगड़े लागा राज ||

पूर्बज तमारा दादाजी तो बरजे, पूर्बज तमारी माता बई बरजे |

दोड़ों जन दोड़ों रे म्हारा बाला पूर्बज झूठा झगड़े लागा राज ||

भाला जन रोलो रे म्हारा बाला पूर्बज झूठा झगड़े लागा राज ||

पूर्बज तमारा बीराजी तो बरजे, पूर्बज तमारी भाबज बई बरजे |

दोड़ों जन दोड़ों रे म्हारा बाला पूर्बज झूठा झगड़े लागा राज ||

घोड़ीला पाछा फेरो रे म्हारा बाला पूर्बज झूठा झगड़े लागा राज ||

पूर्बज तमारा जीजाजी तो बरजे, पूर्बज तमारी बेन्या बई बरजे |

दोड़ों जन दोड़ों रे म्हारा बाला पूर्बज झूठा झगड़े लागा राज ||

भाला जन रोलो रे म्हारा बाला पूर्बज झूठा झगड़े लागा राज ||

पूर्बज तमारा कुँवर तो बरजे, पूर्बज तमारी गोरडी तो बरजे |

दोड़ों जन दोड़ों रे म्हारा बाला पूर्बज सांचा झगड़े लागा राज ||

घोड़ीला आगे हांको रे म्हारा बाला पूर्बज सांचा झगड़े लागा राज ||

रात्रि जागरण के अन्य महत्वपूर्ण गीत 

इसी तरह हमारी आने वाली पोस्ट या आगे लिखे जाने वाले गीत, कथा आप पड़ेंगे और फिर पड़कर उसे गाना पसंद करेंगे | अगर आप रात्रि जागरण के और गीतो के बारे मे जानना चाहते है तो इस वेबसाइट पर जाकर पड़ सकते है | 

धन्यवाद 

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *