Mayre ke geet (Battisi jhelne ka geet)

मायरे का गीत

मायरे के गीत के पहले कुछ गीत गाए है | जब मायरे की रस्म को निभाया जाता है उसके पहले बत्तीसी झेलाई जाती है बत्तीसी क्या होती है, उसके गीत क्या है, उसकी पूरी विधि को विस्तार पूर्वक पड़िए |

बत्तीसी भेजना :- जब लड़के और लड़की का विवाह कार्यक्रम निश्चित हो जाता है, तब माता अपने पीयर मे बत्तीसी, जिसमे गुड़ की खोड़ी, थोड़े से चाँवल लेकर सर्वप्रथम पिताजी के यहाँ बत्तीसी – शगुन देकर विवाह मे आने का निमंत्रण देती है, तब उस समय गीत गाया जाता है |

बत्तीसी का मंगल गीत

कांकां रा जाया बीर बत्तीसी झेलो तो, म्हारा घरे पेली बरदड़ी |

म्हारे बेन्या खेती केरो काम तो, बाबा का जाया झेलेस्यां जी ||

बाबा रा जाया बीर बत्तीसी झेलो तो, म्हारा घरे पेली बरदड़ी |

म्हारे हो बेन्या दुकानारो काम, तो भूआ का जाया झेलेस्यां जी ||

भुआ रा जाया बीर बत्तीसी झेलो तो, म्हारा घरे पेली बरदड़ी |

म्हारे हो बेन्या नोकरी केरो काम, तो मामा का जाया झेलेस्यां जी ||

मामा रा जाया बीर बत्तीसी झेलो तो, म्हारा घरे पेली बरदड़ी |

म्हारे हो बेन्या पटेल्रायो  काम, तो मासी का जाया झेलेस्यां जी ||

मासी रा जाया बीर बत्तीसी झेलो तो, म्हारा घरे पेली बरदड़ी |

म्हारे हो बेन्या पटवारीरो काम, तो माड़ी रो जायो झेलेस्यां जी ||

माड़ी रा जाया बीर बत्तीसी झेलो तो, म्हारा घरे पेली बरदड़ी |

आओ बेन्या बैठो पटसाल, कोनी हो मन की बात हम तो बत्तीसी झेलाजी ||

जावां जावां जावदिया को हाट, बेन्या सारू चुंदड़ लांवा जी |

काका – बाबा सोई परिवार तो माड़ी रो जायो,

एकलो बीरो महारी बरद उजाल्यो जाए ||

नोट :- वर्तमान मे बत्तीसी झेलाने का कार्यक्रम मंडप के दिन मायरे के पूर्व ही करते है |

मामेरा बदाने के बाद सभी मायके से आये कुटुम्बीजनों को बत्तीसी झेलाते है | (बत्तीसी मे एक गुड़ की खोड़ी तथा थोड़े चाँवल एक थाली मे रखते है, उस पर कुछ राशि भी रखते है) | उन्हे बारी बारी से बत्तीसी देकर मायके वालों का स्वागत करते है |

बत्तीसी झेलाते समय स्त्रियों द्वारा यह मंगल गीत गाया जाता है –

बत्तीसी झेलाते समय का मंगल गीत

या तो तीस बत्तीसी म्हारा दादाजी ने दी जों जी,

म्हारी सैंया वो, जामण रो जायो बीरो उलट्यो |

या तो तीस बत्तीसी म्हारा काकाजी ने दी जों जी,

म्हारी सैंया वो, जामण रो जायो बीरो उलट्यो |

या तो तीस बत्तीसी म्हारा बीराजी ने दी जों जी,

म्हारी सैंया वो, जामण रो जायो बीरो उलट्यो |

या तो तीस बत्तीसी म्हारा मासाजी ने दी जों जी,

म्हारी सैंया वो, जामण रो जायो बीरो उलट्यो |

या तो तीस बत्तीसी म्हारा मामाजी ने दी जों जी,

म्हारी सैंया वो, जामण रो जायो बीरो उलट्यो |

या तो तीस बत्तीसी म्हारा जीजाजी ने दी जों जी,

म्हारी सैंया वो, जामण रो जायो बीरो उलट्यो |

बत्तीसी झेलाने के पश्चात वरिष्टता के आधार पर सभी कुटुम्बीजन को मंडप के नीचे मायके वालों द्वारा कपड़े पहनाए जाते है, तब उपस्थित स्त्रियों द्वारा यह मंगल गीत गाया जाता है-

मामेरा का मंगल गीत (कपड़े पहनाते समय)

कुण रई पेरावे हो, कुण रई पेरेस्यां जी,

सूरजनारायणजी पेरावे हो, दशरथ पेरेस्यां जी,

राखी म्हारा मांडवा की बड़ी सोभ, गरास्यों बीरो घरे आयोजी |

नोट:- 1. जिस व्यक्ति द्वारा मामेरा के कपड़े पहनाए जाते है, उसका नाम सूरजनारायणजी के स्थान पर लेते है, तथा जिस व्यक्ति द्वारा कपड़े पहने जाते है, उस व्यक्ति का नाम दशरथजी के स्थान पर लेते है |

2. जब बियाईजी को मामेरा का कपड़े पहनाते है, तब यदि वे मोटे होते है तो जाड़ा बियाई जी पेरेस्यां ऐसा गाते है, यदि वह ब्याण जी लंबी होती है तो लाम्बड़ बई पेरेस्यां ऐसा गाते है |

3. जब जमाई को कपड़े पहनाते है तब जमाई का नाम लेकर जमाईसा पेरेस्यां ऐसा गाते है, यदि बहन को कपड़े पहनाते है तो लड़की को राजलबई पेरेस्यां ऐसा गाते है |

उसके बाद वर या वधू की माता/बहन द्वारा पुनः मायके से आए हुए कुटुम्बीजनों का आभार व्यक्त करते हुए स्वागत करती है | इसी बीच स्त्रिया मायरे के मंगल गीत गाती है | वे इस प्रकार है :-

मायरे के 9 गीत इसके पहले वाली पोस्ट मे हम लिख चुके है | उसके अलावा और भी गीत है जिन्हे आप आगे पड़ सकते है और मायरे मे गा सकते है |

मायरे के गीत 10

बीरा माथा मे भंमर घड़ाजों,

म्हारे टिलड़ी रतन जड़ाजों रे, बीरा रमा झमा से म्हारा घरे आजो |

बीरा आप आजो ने भावज लाजो,

सिरदार भतीजा लारा लाजो रे, बीरा रमा झमा से म्हारा घरे आजो ||

बीरा काना मे झाला घड़ाजों,

म्हारे झुमका रतन जड़ाजों रे, बीरा रमा झमा से म्हारा घरे आजो |

बीरा आप आजो ने भावज लाजो,

सिरदार भतीजा लारा लाजो रे, बीरा रमा झमा से म्हारा घरे आजो ||

बीरा म्हारे अंगा मे सालू मोलावों ,

म्हारे केसरिया कोर देवाजो रे, बीरा रमा झमा से म्हारा घरे आजो |

बीरा आप आजो ने भावज लाजो,

सिरदार भतीजा लारा लाजो रे, बीरा रमा झमा से म्हारा घरे आजो ||

म्हारी बैंया री चूडला चिराजों,

म्हारे पोची रतन जड़ाजों रे, बीरा रमा झमा से म्हारा घरे आजो |

बीरा आप आजो ने भावज लाजो,

सिरदार भतीजा लारा लाजो रे, बीरा रमा झमा से म्हारा घरे आजो |

म्हारी पाँवा मे पायल घड़ाजों ,

म्हारे बिछिया रतन जड़ाजों रे, बीरा रमा झमा से म्हारा घरे आजो |

बीरा आप आजो ने भावज लाजो,

सिरदार भतीजा लारा लाजो रे, बीरा रमा झमा से म्हारा घरे आजो ||

मायरे का मंगल गीत 11

दादाजी चाल्या हाटड़ी रे बीर, माता बई लारां लारां जाय,

म्हारा माड़ी जाया रे बीर, बई सारू चुंदडी लई आव |

दादाजी मोलावे लेरया चुंदडी रे बीर, माता बई मोलावे चंदन हार,

म्हारा माड़ी जाया रे बीर, बई सारू चुंदडी लई आव ||

काकाजी चाल्या हाटड़ी रे बीर, काकी बई लारां लारां जाय,

म्हारा माड़ी जाया रे बीर, बई सारू चुंदडी लई आव |

काकाजी मोलावे लेरया चुंदडी रे बीर, काकी बई मोलावे चंदन हार,

म्हारा माड़ी जाया रे बीर, बई सारू चुंदडी लई आव ||

मामाजी चाल्या हाटड़ी रे बीर, मामी बई लारां लारां जाय,

म्हारा माड़ी जाया रे बीर, बई सारू चुंदडी लई आव |

मामाजी मोलावे लेरया चुंदडी रे बीर, मामी बई मोलावे चंदन हार,

म्हारा माड़ी जाया रे बीर, बई सारू चुंदडी लई आव ||

फूफाजी चाल्या हाटड़ी रे बीर, बुआ बई लारां लारां जाय,

म्हारा माड़ी जाया रे बीर, बई सारू चुंदडी लई आव |

फूफाजी मोलावे लेरया चुंदडी रे बीर, बुआ बई मोलावे चंदन हार,

म्हारा माड़ी जाया रे बीर, बई सारू चुंदडी लई आव ||

मासाजी चाल्या हाटड़ी रे बीर, मासी बई लारां लारां जाय,

म्हारा माड़ी जाया रे बीर, बई सारू चुंदडी लई आव |

मासाजी मोलावे लेरया चुंदडी रे बीर, मासी बई मोलावे चंदन हार,

म्हारा माड़ी जाया रे बीर, बई सारू चुंदडी लई आव ||

जीजाजी चाल्या हाटड़ी रे बीर, बेन्या बई लारां लारां जाय,

म्हारा माड़ी जाया रे बीर, बई सारू चुंदडी लई आव |

जीजाजी मोलावे लेरया चुंदडी रे बीर, बेन्या बई मोलावे चंदन हार,

म्हारा माड़ी जाया रे बीर, बई सारू चुंदडी लई आव ||

बीराजी चाल्या हाटड़ी रे बीर, भावज बई लारां लारां जाय,

आगे पड़े ↓

म्हारा माड़ी जाया रे बीर, बई सारू चुंदडी लई आव |

बीराजी मोलावे लेरया चुंदडी रे बीर, भावज बई मोलावे कालो नाग,

म्हारा माड़ी जाया रे बीर, बई सारू चुंदडी लई आव ||

उलट सुलट कर ओडजे वो बेन, बीच माय बैठो कालो नाग,

म्हारा माड़ी जाया रे बीर, बई सारू चुंदडी लई आव |

उलट सुलट कर ओडली रे बीर, बणी गयो चंदन हार,

म्हारा माड़ी जाया रे बीर, बई सारू चुंदडी लई आव ||

मायरे का मंगल गीत 12

ससुरजी मसला बोले म्हारा बीर, मोड़ो क्यों आयो बीरा बाजे रे जंजीर |

दने करां नोकरी, ने राते आवे नींद, छुट्टी ने मिले वो बेन्या थारा तकदीर ||

जेठ जी मसला बोले म्हारा बीर, मोड़ो क्यों आयो बीरा बाजे रे जंजीर |

दने करां नोकरी, ने राते आवे नींद, छुट्टी ने मिले वो बेन्या थारा तकदीर ||

देवर जी मसला बोले म्हारा बीर, मोड़ो क्यों आयो बीरा बाजे रे जंजीर |

दने करां नोकरी, ने राते आवे नींद, छुट्टी ने मिले वो बेन्या थारा तकदीर ||

नंदोई जी मसला बोले म्हारा बीर, मोड़ो क्यों आयो बीरा बाजे रे जंजीर |

दने करां नोकरी, ने राते आवे नींद, छुट्टी ने मिले वो बेन्या थारा तकदीर ||

सायब जी मसला बोले म्हारा बीर, मोड़ो क्यों आयो बीरा बाजे रे जंजीर |

दने करां नोकरी, ने राते आवे नींद, छुट्टी ने मिले वो बेन्या थारा तकदीर ||

मायरे के गीत 13

या तो बेन्या की सेरी रे बीरा सांकड़ी,

या तो बीरा जी को गैरो परिवार रे सौदागर बीरा |

घणी रे घुमर बीरो आयो |

या तो आंबा कटावां रे बीरा आमली,

या तो लांबी बदावां पटसाल रे सौदागर बीर |

घणी रे घुमर बीरो आयो |

ई तो बीराजी का गऊंड़ा ओ बेन्या सांगणा,

या तो बेन्या बई गेरी मसूर,

रे सौदागर बीरा घणी रे घुमर बीरो आयो |

मायरे का गीत 14

साँवरिया म्हारी रंग दे चुंदड़िया ले तो आजे रे, बीरा म्हारा साँवरिया |

असाड उतरयो सांवण लाग्यो बीरा कई का बाट जोंवा रे, बीरा म्हारा साँवरिया |

तुलसी का क्यारा मे म्हारा आँसू टपक्या रे, बीरा म्हारा साँवरिया |

बृंदावन से महेंदी मँगाई, गंगाजी को पाणी रे,

चंदन का कटोरा मे बीरा म्हने महेंदी घोली रे, बीरा म्हारा साँवरिया |

बीरा म्हारा साँवरिया रंग दे चुंदड़िया ले तो आजेरे, बीरा म्हारा साँवरिया |

महेंदी भरया हाथ म्हारा चांदनियां मे सूखे रे, बीरा म्हारा साँवरिया |

बीरा जी ने हेलो पाडू बेगो आजे रे, बीरा म्हारा साँवरिया |

बीरा म्हारा साँवरिया रंग दे चुंदड़िया ले तो आजेरे, बीरा म्हारा साँवरिया |

मायरे के गीत 15

सतयुग का म्हारा माड़ी जाया बीर, कलयुग की भोजाई |

भंवर घड़ावे म्हारों भगीरथ बीरो, आड़ी फेर वो भोजाई |

बीरा जी म्हारा आड़ी फरे वो भोजाई |

झुमकी घड़ावों म्हारों भगीरथ बीरो, आड़ी फेर वो भोजाई |

बीरा जी म्हारा आड़ी फरे वो भोजाई |

हंस घड़ावे  म्हारों भगीरथ बीरो, आड़ी फेर वो भोजाई |

बीरा जी म्हारा आड़ी फरे वो भोजाई |

सालू मोलावे म्हारों भगीरथ बीरो, आड़ी फेर वो भोजाई |

बीरा जी म्हारा आड़ी फरे वो भोजाई |

चूडला मोलावे म्हारों भगीरथ बीरो, आड़ी फेर वो भोजाई |

बीरा जी म्हारा आड़ी फरे वो भोजाई |

पायल मोलावे म्हारों भगीरथ बीरो, आड़ी फेर वो भोजाई |

बीरा जी म्हारा आड़ी फरे वो भोजाई |

बिछिया मोलावे म्हारों भगीरथ बीरो, आड़ी फेर वो भोजाई |

बीरा जी म्हारा आड़ी फरे वो भोजाई |

मायरे का मंगल गीत 16

म्हारा ससुराजी का ऊंचा नीचा बंगला,

हूँ तो ऊंची चडु ने नीची अऊ, मायरा री बेला बीरो नई आयो |

बेन्या दुकाना दुकाना ताला जड़ीरया, इंदोरीया मे पड़ी हड़ताल,

मायरा री बेला बीरो नई आयो |

म्हारा जेठजी का ऊंचा नीचा बंगला,

हूँ तो ऊंची चडु ने नीची अऊ, मायरा री बेला बीरो नई आयो |

बेन्या दुकाना दुकाना ताला जड़ीरया, उज्जैनिया मे पड़ी हड़ताल,

मायरा री बेला बीरो नई आयो |

म्हारा देवरजी का ऊंचा नीचा बंगला,

हूँ तो ऊंची चडु ने नीची अऊ, मायरा री बेला बीरो नई आयो |

बेन्या दुकाना दुकाना ताला जड़ीरया, सांमेरया मे पड़ी हड़ताल,

मायरा री बेला बीरो नई आयो |

म्हारा सायबजी का ऊंचा नीचा बंगला,

हूँ तो ऊंची चडु ने नीची अऊ, मायरा री बेला बीरो नई आयो |

मायरे के गीत 17

बीरो म्हारो फूल गुलाब का, भावज असल कनेर,

नम जावो फूल गुलाब का |

बीरा माथा मे भमर घड़ावजो, म्हारे टिलड़ी रतन जड़ावों,

नम जावो फूल गुलाब का |

बीरा म्हारे काना मे झेला घड़ाव, म्हारे झुमकी रतन जड़ाओ,

नम जावो फूल गुलाब का |

म्हारी भावज असल कनेर, नम जावो फूल गुलाब का |

म्हारा गला मे हंस घड़ावोजो, म्हारे डोरा रतन जड़ाव,

नम जावो फूल गुलाब का |

म्हारे अंग मे सालू मोलावजों, म्हारे केसरिया कोर देवाव,

नम जावो फूल गुलाब का |

म्हारे बैया मे चूडला पेरावजो, म्हारे पोची रतन जड़ाव,

नम जावो फूल गुलाब का |

म्हारे पाँवा मे पायल घड़ाव,  म्हारे बिछिया रतन जड़ाव,

नम जावो फूल गुलाब का |

म्हारों बीरो फूल गुलाब को, म्हारी भावज असल कनेर ||

मायरे के इन गीतों को आप यूट्यूब पर भी देख सकते है |

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